अगर उन राजकुमारों की बात करें तो, हैरी बहुत शांत लड़का था और ओलिवर उसका जुड़वा होते हुए भी बहुत अलग स्वभाव का था। दोनों दिखने में प्रभावशाली थे पर दिखावे से किसिके स्वभाव का अनुमान नहीं लगाया जा सकता और ओलिवर की हरकतें हमेशा इस कहावत पर खड़ी उतरती। दूसरी तरफ रोजर्स को गोद लिया गया था पर हैरी और रोजर्स में अच्छा भाईचारा था। रोजर्स कभी ओलिवर को सही सम्मान नहीं दे पाता था और नाहीं ओलिवर ने अपने भाइयों के साथ मित्रता बनाए रखने की कोशिश की थी।
अगले ही दिन राज्याभिषेक का उत्सव मनाया जाने वाला था। यह उत्सव सिग्नस के बहुत ही बड़े और सुन्दर हॉल में मनाया जाता था। इस हॉल की दीवारें न जाने कितने बड़े और प्रभावशाली उत्सवों की खुशियों में भागीदार रहीं हैं। यहाँ अनमोल रत्न जड़े हुए हैं और चारों और की दीवारें सोने से सज्जित हैं। लगभग हज़ार लोग यहाँ आराम से रह सकते हैं। हॉल की एक दिशा में लाल रत्न से सुशोभित तीन मुकुट रखे हुए थे।
यहाँ एक मंच की व्यवस्था भी थी जहाँ महानुभाव बैठना पसंद करते। राजकुमारों का राज्याभिषेक इस मंच पर किया जाता था। अपने भावी राजा को देखने की उत्सुकता में वहाँ उपस्थित जनता उनके नारे लगाते नहीं थकती।
परन्तु जब राजा ने शांत होने का आदेश दिया, तब जनता ने एकदम से उस उत्साह को छुपा लिया जो वाकई एक अधभुत दृश्य था।
राजा ने अपने भाषण की शुरुआत की , "आज हमें यह बताते हुए ख़ुशी हो रही है की आज से हमारा गृह सिग्नस तीन-तीन भावी राजाओं के संरक्षण में हैं। मेरे तीन पुत्रों को वो उपाधि मिल रही है जिससे वह मेरी तरह ही प्रभावशाली बन पाएंगे। वह केवल अभी दस साल के हैं। इस बार में मेरे मन में एक उत्तम योजना हैं। मुझे इकलौता बेटा होने के कारण पच्चीस वर्ष की उम्र में यह मुकुट मिल गया था पर मेरे बच्चों को इस सत्ता के लिए संघर्ष करना होगा। इनको मैं पृत्वी पर भेजूंगा जो इस विस्तार का आखिरी संस्करण माना जाता हैं। मैं चाहता हूँ की यह तीनों लंदन जाए जो पृथ्वी में एक शहर हैं। वहाँ अधभुत शक्तियां होने के बावजूद वे आम इंसान की तरह रहेंगे। उन्हें अपनी पहचान छुपानी होगी। अपनी अध्भुत शक्तियों का प्रयोग केवल आपातकालीन परिस्थितियों में करें अन्यथा नहीं। जो भी वहाँ सबसे अधिक सफल हो पाएगा वो यहाँ का राजा बनाने योग्य माना जाएगा। इससे न्याय भी होगा।
तभी वहाँ खड़े एक व्यक्ति ने मुकुट उठाये और तभी राजा बोल उठे, "और हाँ, मैं तो आज के राज्याभिषेक के बारे में भूल ही गया जो आजके इस कार्यक्रम का मकसद है। चलिए इन राजकुमारों को इनके मुकुट आदर सहित भेंट करते। मैं ये शुभ अवसर उनकी माँ को देना उचित समझता हूँ।"
"शुक्रिया महाराज", उनकी माँ ने खुश होकर कहा।
माता मुकुटों को हाथ में लेकर अपने पुत्रों की ओर बढ़ीं। वह मुकुट उनके लिए ही थे परन्तु उससे धारण करने के बाद तो मानो उनके नसों में एक अग्नि सी दौड़ गयी। वह लाल पद गए और उनके बाल खड़े हो गए जो कोई जादुई अनुभूति थी।
"यह अग्नि इन्हें अद्भुत शक्तियां प्रदान करेंगी। वह महाशक्तियों के कारण लोहा पिघलाने, आंखों से अग्नि धरा का प्रवाह करने में और ऐसे कई खतरनाक कार्यों में निपुण होंगे।", राजा ने गर्वित होकर कहा।
वह थोड़ा दर्दनाक रहा पर तीनों भाइयों को इससे कोई शिकायत नहीं रही। कार्यक्रम के बाद सबने रराजकुमारों को अभिवादन दिया। लोग कुछ देर में चले गए और राजकुमार भी अप्पने राजमहल पहुँच गए। अब रात हो चुकी थी और अगले ही दिन पृथ्वी पर जाना था।
हैरी, जो शायद पृथ्वी पर जाने में उत्सुक था, वह अपने पिता के कमरे में गया।
"अरे हैरी! आओ बेटा। तुम इतनी रात में इस महल में क्यों घूम रहे हो? ऐसी आशा न थी। ", राल्फ ने कहा।
"नहीं, पापा! वो---मैं---", हैरी कहने में हिचकिचा रहा था, "मैं बस आपसे इस ब्रम्हाण के बारे में पूछना चाहता था। इसकी शुरुआत कहाँ से हुई? मुझे इसमें कोई विज्ञान का रहस्य नहीं दिखता। क्या आप मेरी इस उलझन का जवाब दे सकते हैं?"
"क्यों नहीं? सब विज्ञान से ही जुड़ा हुआ है। मैं तुम्हे समझाता हूँ कैसे। पहले से शुरुआत करें तो हम पहुँच जाते है एक बड़े हादसे पर जो बिग बैंग थ्योरी से प्रख्यात है, जब ब्रम्हाण की रचना हुई, " राजा ने शुरू किया, "लाखों करोड़ों साल पहले, अब बिग बैंग हुआ उस समय तब ब्राह्माण का आकार बिलकुल शुन्य था और आग के गोले की तरह था। लेकिन बिग बैंग के बाद जब ब्राह्माण फैलना शुरू हुआ, तब उसका तापमान काम होने लगा। बिग बैंग के एक ही सेकंड के बाद तापमान लगभग एक हज़ार करोड़ डिग्री तक काम हो गया। यह चलते फैलाव के कारण , तापमान कम हुआ पर सूर्यकिरणों का प्रभाव तो बरक़रार था। उस ब्राह्माण में तैरते कुछ कणों में से ग्रहों का निर्माण हुआ जैसे की हमारा गृह। इस तरह बहुत से गृह बने जिन्हें तुम विस्तार कहते हों। पृथ्वी की रचना बहुत देर से हुई इसीलिए वह काफी ठंडा गृह है। वह गृह, लेकिन, अच्छा है। वह हमारे गृह जितना विकसित तो नहीं है पर वही तुम्हारी चुनाती है। मुझे आशा है तुम जीतोगे हैरी।"
"मैं सोच रहा था की मेरा आपको इस शक्तिशाली मुकुट के रहस्य के बारे में पूछना उचित होगा?", हैरी ने अप्रत्यक्ष रूप में पूछना चाहा।
"अवश्य। हमारे गृह की सतह पर संग्रहित ताप ही तुम्हारी की शक्तियों का आधार है। इस मुकुट में सुशोभित लाल हीरा सिर्फ दिखावे के लिए नहीं है। यह हीरा उस ताप को संग्रहित कर उसे शक्तियों में बदलता है। ऐसा कह सकते हैं कि यह शक्तिशाली मुकुट तुम्हारी नसों में प्रवाहित करता है। हमारे शारीरिक विकास कि कारण हम उस ताप को सहन करने में सक्षम है। इसीलिए तुम्हे ज़्यादा दिक्कत नहीं हुई वरना कोई भी साधारण इंसान अब तक मर चुका होता।"
"और हमारा जादू?"
"बेटा, तुम्हारे पास बहुत से सवाल है। पर वह सच में एक जादुई उपलब्धि है जिसकी खोज हमारे पूर्वजों द्वारा हुई थी। उसमे कोई वैज्ञानिक रहस्य नहीं है। हमेशा याद रखो -
पृथ्वी एक प्रजाति है
जीवन खुद विस्मय की अनुभूति है
सावधान इस दुनिया में हर जगह है
पर वह प्रत्यक्ष नहीं किन्तु परोक्ष है
जितनी ध्यान केंद्रित करोगे, उतनी ही गहराई पाओगे
और कुछ चीज़ों का उल्लंघन अनुचित जानोगे
अकल्पित घटनाओं की आदत बना पाओगे
अपने उन अनुभवों को तुम प्रचंड मानोगे"
राल्फ ने उत्साहित करने क़े लिए कविता कही।
`"हाँ पापा! बस एक आखरी सवाल क्या हम विस्तार शब्द का उपयोग गलत जगह नहीं कर रहे हैं? मेरे ख्याल से उसका अर्थ कुछ और है। । ", हैरी ने कहा। "
"मुझे इस सवाल की अपेक्षा थी तुमसे। नहीं बेटा तुम जो सोच रहे हो वैसा नहीं। दुसरे ग्रहों को विस्तार की अधिक जानकारी नहीं है। पिथवी हमसे दस करोड़ से भी ज़्यादा किलोमीटर की दूरी पर है। वहां तक पहुँचने क़े लिए तुम कई द्वारों को पार करना होगा जो तुम्हे कई अलग विस्तारों तक ले जा सकते हैं। कुछ प्रत्यक्ष दीखते हैं तो कुछ धुंधले। वह ऐसे विस्तार में स्तिथ हैं जहाँ हमारे जैसी अद्भुत शक्तियाँ मिलना असंभव हैपर विज्ञान क़े विकास से इसे संभव बनाया जा सकता है। कुछ समझे?"
"थोड़ा बहुत, पापा"
"तो आज क़े लिए इतना काफ़ी है। "
-To Be Continued
(अभिनव श्रीवास्तव)
(अनुवादक: डॉ नीलेश गोहेल, हार्दी गोहेल )
(You can also visit his blog by clicking here...)
Bohot khoob!
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